राजस्थान के प्रसिद्ध क्रांतिकारी

दामोदर दास राठी

  • जन्म: पोकरण में 8 फरवरी, 1884 ई. को
    ब्यावर में आर्य समाज व होमरूल लीग (1916) की स्थापना की।
  • ब्यावर में सनातन धर्म, स्कूल, कॉलेज तथा नवभारत विद्यालय की स्थापना की।
    राजस्थान के स्वतंत्रता संग्राम के भामाशाह
    कार्यक्षेत्र अजमेर
  • 1989 ई. में राज्य में सबसे पहले सूती वस्त्र मिल की स्थापना की
  • बाल गंगाधर तिलक की उग्र नीतियों के समर्थक
  • 21 फरवरी, 1915 ई. की क्रांति हेतु सहायता।
  • 2 जनवरी, 1918 ई. को निधन

जोरावर सिंह बारहठ

  • केसरी सिंह का बारहठ के छोटे भाई
  • 23 दिसम्बर, 1912 ई. को दिल्ली के चांदनी चौक में लॉर्ड हार्डिंग पर बम फेंकने वाला साहसी व्यक्ति।

श्यामजी कृष्ण वर्मा

  • 1887-1897 तक रतलाम, उदयपुर व जूनागढ़ राज्यों में दीवान पद पर रहें।
    स्वदेशी के प्रबल समर्थक।
  • इंग्लैण्ड में इंडिया हाऊस व होमरूल सोसायटी की स्थापना की।

माणिक्य लाल वर्मा

  • जन्म: 4 दिसम्बर, 1897 ई. में बिजौलिया, भीलवाड़ा
  • मेवाड़ प्रजामंडल के संस्थापक
    1934 ई. में सागवाड़ा में खाडलाई आश्रम की स्थापना की जिसका उद्देश्य भीलों को समाज की मुख्य धारा मे लाना।
  • मेवाड़ का वर्तमान शासन पुस्तक लिखी। ‘पंछीड़ा’ गीत लिखा।
  • संयुक्त राजस्थान के प्रधानमंत्री बने।
  • 1965 ई. में पदम् विभूषण से सम्मानित

भोगीलाल पांड्या (बागड़ के गांधी)

  • जन्म: 1904 ई. में सीमलवाड़ा, डूंगरपुर
    आदिवासियों में निरक्षरता उन्मूलन हेतु शिक्षा का प्रचार-प्रसार
  • बागड़ सेवा मंदिर नाम से संस्था की स्थापना की, इसके बंद हो जाने पर वनवासी सेवा संघ की 15 मार्च, 1938 को स्थापना की।
  • स्व. मणि बहन पांड्या इनकी पत्नी इन्हें ‘बागड़वा’ की उपाधि दी।
  • 1967 में पद्म विभूषण दिया गया।

सागरमल गोपा

  • जन्म: जैसलमेर में
    1915 ई. में सर्वहितकारी वाचनालय की स्थापना
  • जैसलमेर के महारावल जवाहर सिंह के अत्याचारों का विरोध।
  • आजादी की दीवाने, जैसलमेर मे गुण्डाराज नामक पुस्तकें लिखी।
  • जैसलमेर व हैदराबाद राज्य में घुसने पर प्रतिबंध।
    जेल अधीक्षक गुमान सिंह ने 3 अप्रैल 1946 को जेल में गोपा की हत्या की जांच हेतु गोपाल स्वरूप पाठक समिति का गठन।

जमनालाल बजाज

  • जन्म: 4 नवंबर, 1889 ई. को काशीनास गांव, सीकर में
  • गांधीजी के पांचवें पुत्र के नाम से प्रसिद्ध।
  • 1917 ई. में अंग्रेजों ने ‘राय बहादुर’ का खिताब दिया। जिसे 1921 ई. में असहयोग आन्दोलन में लौटा दी।
  • 1920 ई. में कांग्रेस के बागपुर अधिवेशन के अध्यक्ष चुने गये।
  • 1937 ई. में मद्रास (चेन्नई) में हिन्दी साहित्य समिति के अध्यक्ष।
  • राजस्थान में सर्वप्रथम उत्तरदायी शासन की मांग करने वाले।
  • चरखा व खादी के समर्थक। 1927 ई. में चरखा संघ की स्थापना की।
  • 11 फरवरी, 1942 को मृत्यु हुई।

रामनारायण चौधरी

  • जन्म: 1896 में नीम का थाना, सीकर
  • 1932 ई. में हरिजन सेवक संघ की राजपूताना शाखा का कार्यभार संभाला।
    तरूण राजस्थान का संपादन किया।
  • गांधीजी की दक्षिण यात्रा के समय हिन्दी सचिव रहे।

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