• राजस्थान के प्रमुख वृहद उद्योगों में सीमेन्ट उद्योग, सूती वस्त्र उद्योग, चीनी उद्योग, नमक उद्योग, कांच उद्योग आदि शामिल है।
सीमेन्ट उद्योग
  • राजस्थान सीमेन्ट उद्योग में भारत का अग्रणी राज्य माना जाता है।
  • सर्वप्रथम 1915 में लाखेरी (बून्दी) में सीमेन्ट फैक्ट्री स्थापित की गई।
  • सवाईमाधोपुर में ’जयपुर उद्योग लि0’ (प्रारंभिक उत्पादन 1953 से 1959) स्थापित किया गया, किन्तु 1986 से उत्पादन बन्द है।
  • राज्य के प्रमुख सीमेन्ट संयंत्रों में –
  1. बिड़ला सीेमेन्ट वर्क्स (चित्तौड़गढ़),
  2. उदयपुर सीमेन्ट वर्क्स (उदयपुर),
  3. जे.के. सीमेन्ट वर्क्स (निम्बाहेड़ा),
  4. मंगलम सीमेन्ट मोडक (कोटा),
  5. जे.के. व्हाईट सीमेन्ट (गोटन),
  6. श्रीसीमेन्ट लिमिटेड (ब्यावर) प्रमुख है।
सूती वस्त्र
  • सूती वस्त्र उद्योग राजस्थान का प्राचीनतम उद्योग है। यह उद्योग बड़े पैमाने के उद्योगों में महत्वपूर्ण स्थान रखता है।
  • राज्य में पहली सूती वस्त्र मिल ब्यावर शहर में 1889 में कृष्णा मिल्स लिमिटेड निजी क्षेत्र में स्थापित की गई।
  • ब्यावर शहर में ही 1906 में एडवर्ड मिल्स लि0 व 1925 में श्री महालक्ष्मी मिल्स लि0 स्थापित हुई।
  • वर्तमान में सूती वस्त्र उद्योग में निजी क्षेत्र, सरकारी क्षेत्र तथा सहकारी क्षेत्र में सूती वस्त्र की मिलें है।
चीनी मिलें
  • राज्य में सर्वप्रथम 1932 में मेवाड़ चीनी मिल्स भोपाल सागर (चित्तौडगढ़) की स्थापना हुई। यह चीनी मिल निजी क्षेत्र में है।
  • 1938 में गंगानगर चीनी मिल्स की स्थापना हुई। इसमें उत्पादन 1946 से प्रारम्भ हुआ।
  • जुलाई 1956 से यह सार्वजनिक क्षेत्र में काम कर रही है।
  • राज्य में 1965 में श्री केशोरायपाटन सहकारी चीनी मिल्स लिमिटेड की स्थापना की गई जो विगत कुछ वर्षों से बन्द है।
  • राजस्थान में चीनी की तीनों मिलें निजी, सार्वजनिक व सहकारी क्षेत्र में होने के कारण तीनों प्रकार के संगठनों के उत्पादन की तुलना करने का अवसर प्रदान करती है।
नमक उद्योग
  • नमक उत्पादन की दृष्टि से राजस्थान का देश में महत्त्वपूर्ण स्थान है।
  • यहाँ खारे पानी की झीलें बहुतायत में है। वर्तमान में राज्य में सार्वजनिक तथा निजी दोनों क्षेत्रों में नमक का उत्पादन किया जा रहा है।
  • सांभर में नमक का उत्पादन भारत सरकार का उपक्रम हिन्दुस्तान साल्ट्स लिमिटेड की सहायक कम्पनी सांभर सांल्ट्स लिमिटेड की देख रेख में होता है। सांभर झील नमक उत्पादन में अपनी गुणवत्ता के लिए प्रसिद्ध है।
  • राजस्थान में नमक पर आधारित राज्य सरकार के उपक्रम डीडवाना में तीन तथा एक पंचभदरा में है।
  • इसके अलावा राज्य में निजी क्षेत्र में लघु पैमाने के नमक उद्योग है जिनमें पोकरण, फलौदी, कुचामन व जाब्दीनगर (नागौर) प्रमुख है।
कांच उद्योग
  • कांच बनाने में बालू मिट्टी, सिलिका मिट्टी, सोडा सल्फेट, शीरा, चूने का पत्थर आदि प्रमुख होते हैं। ये सभी राज्य में पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं।
  • कांच बनाने वाले कुशल मजदूर भी राज्य में हैं।
  • राजस्थान में कांच बनाने में धौलपुर के दो कारखाने विशेष रूप से महत्वपूर्ण हैं।
  • इनमें से एक धौलपुर ग्लास वर्क्स निजी क्षेत्र में कार्यरत है तथा दूसरा कारखाना हाईटैक प्रेसीजन ग्लास वर्क्स, धौलपुर है जो गंगानगर शुगर मिल्स लिमिटेड के अन्तर्गत है एवं मदिरा विभाग के लिए बोतलों का उत्पादन करता है।
  • उदयपुर में भी कांच का कारखाना है।
वनस्पति घी उद्योग
  • मूंगफली व बिनौले का तेल वनस्पति घी उद्योग के लिए प्रमुख कच्चा माल है।
  • राजस्थान में सर्वप्रथम 1964 में भीलवाड़ा में वनस्पति घी का कारखाना खोला गया।
  • जयपुर, कोटा, भरतपुर, उदयपुर, चित्तौडगढ़ व गंगानगर आदि शहरों में स्थापित हुए।
  • राज्य में वनस्पति घी की मांग में हो रही वृद्धि के साथ वनस्पति घी का उत्पादन भी तेजी से बढ़ा है।
विशेष आर्थिक क्षेत्र (सेज)
  • राजस्थान में औद्योगिक विकास एवं रोजगार वृद्धि के लिए विशेष आर्थिक क्षेत्र स्थापित करना प्रस्तावित है। विशेष आर्थिक क्षेत्र (सेज) औद्योगिक सेवाओं एवं व्यापार हेतु एक विशेष सीमांकित क्षेत्र है जिन्हें ’डीम्ड फोरेन टेरिटरी’ का दर्जा देते हुए सीमा उत्पाद शुल्क एवं अन्य शुल्कों से मुक्त रखा गया है।
  • राजस्थान में सीतापुरा (जयपुर) में जैम्स एवं ज्वैलरी हेतु विशेष आर्थिक क्षेत्र की स्थापना की जा रही है।
  • जोधपुर में हैण्डीक्राफ्ट एवं ग्वार गम की इकाइयों के लिए विशेष आर्थिक क्षेत्र की स्थापना प्रगति पर है।
  • जयपुर में रीको और महिन्द्रा लाईफ स्पेस डवलपर लिमिटेड द्वारा जयपुर-अजमेर राष्ट्रीय राजमार्ग पर पब्लिक प्राइवेट पॉर्टनरशिप (पीपीपी) के अन्तर्गत विशेष आर्थिक क्षेत्र की स्थापना की जा रही है। राजस्थान के औद्योगिक विकास ने अब गति पकड़ ली है।
  • राज्य में आधारभूत संरचना के सुधर जाने से अब आई.टी. क्षेत्र की दिग्गज कम्पनियां जैसे इनफोसिस लिमिटेड, विप्रो लिमिटेड, टेक महिन्द्रा, नगारो आदि राज्य में निवेश में रूचि दिखा रही है।