”मैं ही क्रांति हूं मैंने क्रांति का अंत किया है” — नेपोलियन

नेपोलियन फ्रांस का सम्राट बना?
अ. 1804 ई. में
ब. 1815 ई. में
स. 1800 ई. में
द. 1814 ई. में
उत्तर— अ

‘मेरी सैकड़ों विजय यात्राएं नहीं, अपितु मेरा विधान मुझे दीर्घ काल तक अमरता प्रदान करेगा।’ कथन है—
अ. रूसो का
ब. नेपोलियन का
स. लिंकन का
द. लुई सोलहवें
उत्तर— ब

निम्न में से कौनसा देश तृतीय गुट (1805 ई.) में शामिल नहीं है—
अ. ब्रिटेन
ब. रूस
स. इटली
द. आस्ट्रिया
उत्तर— स

ट्राफल्गर के युद्ध में इंग्लैण्ड का नेतृत्व बोनापार्ट के विरुद्ध किसने किया?
अ. नेल्सन
ब. लाफायत
स. वेलिंगटन
द. ब्लूखर
उत्तर— अ

महाद्वीपीय व्यवस्था का नेपोलियन ने किसके विरुद्ध लागू किया?
अ. रूस
ब. मिस्र
स. स्पेन
द. इंग्लैण्ड
उत्तर— द

ट्राफल्गर का युद्ध

नेपोलियन की विश्व विजय की योजना में सबसे बड़ी बाधा इंग्लैण्ड उत्पन्न कर रहा था।
21 अक्टूबर, 1805 को ट्राफल्गर के जलयुद्ध में फ्रांस व इंग्लैण्ड के मध्य युद्ध हुआ। इस युद्ध में फ्रांस का जहाजी बेड़ा पूर्णतया नष्ट कर दिया गया।
इस युद्ध में अंग्रेजों का महान जल सेनानायक नेल्सन मारा गया।

आस्टरलिट्ज का युद्ध

नेपोलियन ने 20 अक्टूबर, 1805 ई. को आस्ट्रिया पर तीसरी बार आक्रमण किया और उल्म के युद्ध में उसे पराजित किया।

इस विजय पर उसने अपनी पत्नी जोजेफिन को लिखा, ‘जिस काम को मैंने आरंभ किया था, वह पूरा होग गया। आस्ट्रिया की सेना को मैंने चलते—चलते नष्ट कर दिया है।’

26 दिसम्बर, 1805 ई को आस्ट्रिया व फ्रांस के बीच प्रेसबर्ग की संधि हुई और आस्ट्रिया तीसरे गुट से निकल गया।

टिलसिट की संधि कब और किनके मध्य हुई?

नेपोलियन और रूस के मध्य फ्रीडलैण्ड का युद्ध 14 जून, 1807 को हुआ जिसमें रूस पराजित हुआ और उसे विवश होकर टिलसिट की संधि जुलाई, 1807 ई. करनी पड़ी।

मास्को अभियान के दौरान सितंबर, 1812 ई. में बोरोडिनों के युद्ध में नेपोलियन की विजय हुई। लेकिन उसके लिए दु:खदायी रहा।
केटलबी —”मास्को पर आक्रमण नेपोलियन की ट्रेजडी का सूत्रपात था।”

राष्ट्रों का युद्ध क्या था?

फरवरी, 1813 में रूस और प्रशा के मध्य एक संधि हुई, जिसमें यह निश्चित किया गया कि जब तक वे यूरोप को मुक्त नहीं करा लेते, तब तक नेपोलियन से निरंतर युद्ध करते रहेंगे। इसी कारण इसे ‘राष्ट्रों का युद्ध‘ कहा जाता है।
नेपोलियन ने मई, 1813 के जुट्जन और बोट्जन के युद्धों में प्रशा और रूस को पराजित किया।

नेपोलियन के जीवन की अंतिम विजय थी?

अगस्त, 1813 को नेपोलियन ने ड्रेस्डेन के युद्ध में आस्ट्रिया को पराजित किया। जो उसकी अंतिम विजय थी।

अक्टूबर, 1813 में एल्ब नदी के किनारे लिपिजिंग के युद्ध में नेपालियन मित्र राष्ट्रों से पराजित हो गया।
मित्र राष्ट्रों ने 1814 के आरंभ में फ्रांस के विरुद्ध युद्ध की घोषणा कर दी।
मार्च, 1814 में ग्रेट ब्रिटेन, रूस, आस्ट्रिया और प्रशा के बीच शोमेण्ट की संधि हुई। इस संधि का प्रमुख उद्देश्य था कि शांति के लिए व्यवस्था सभी की सहमति से की जाएगी और युद्ध तब तक जारी रखा जाएगा जब तक शत्रु पूरी तरह समाप्त नहीं हो जाता।

‘फोन्टेनब्ल्यू की संधि’

मित्र राष्ट्रों की सेनाओं ने 31 मार्च, 1814 को पेरिस में प्रवेश किया। नेपोलियन ने बाध्य होकर मित्र राष्ट्रों से अप्रैल, 1814 में ‘फोन्टेनब्ल्यू की संधि‘ की संधि की।
इस संधि के अनुसार उसे फ्रांस का सिंहासन पर अपने समस्त अधिकारों को त्याग करना पड़ा।
मित्र राष्ट्रों ने नेपोलियन को एल्बाद्वीप की सत्ता और पेंशन देना स्वीकार कर लिया।

वाटरलू का युद्ध क्यों प्रसिद्ध है?
मित्र राष्ट्रों ने इंग्लैण्ड के वेलिंगटन एवं प्रशा के ब्लूचर के नेतृत्व में सेना गठित की। नेपोलियन और मित्र राष्ट्रों की सेना के मध्य निर्णायक युद्ध रविवार 18 जून, 1815 को वाटरलू के मैदान में हुई।
नेपोलियन को अटलांटिक महासागर के सुनसान द्वीप ‘सेंट हेलना’ में निर्वासित जीवन व्यतीत करने के लिए भेज दिया। जहां 5 मई, 1821 को उसकी मृत्यु हो गई।