गणेश्वर ताम्र पाषाणकालीन स्थल का उत्खनन किसने किया?

अ. अक्षय कीर्ति व्यास
ब. रतनचन्द्र अग्रवाल
स. अमलानन्द घोष
द. बी. बी. लाल
उत्तर- ब
व्याख्या:
यह ताम्रयुगीन सभ्यता सीकर जिले के नीम का थाना तहसील में कांतली नदी पर स्थित है। इस सभ्यता का काल 2800 ई. पूर्व है। इसकी खोज वर्ष 1972 में रतनचन्द्र अग्रवाल ने की थी और इसका उत्खनन रतन चन्द्र अग्रवाल और विजय कुमार ने किया।
 
गणेश्वर सभ्यता को ताम्रयुगीन सभ्यता की जननी कहा जाता है। (PTI ग्रेड द्वितीय-2012)

गणेश्वर ताम्रयुगीन सभ्यता से मिले अवशेष

इस सभ्यता के निवासी मांसाहारी थे। मछली पकड़ने का कांटा मिला है।
तांबे से बनी बरछी (कुल्हाड़ी) मिली है।
तांबे निर्मित बाणाग्र, भाले, तलवार, बर्तन, आभूषण, सुईयां मिले हैं।

इस सभ्यता के लोग संभवत: तांबा खेतड़ी से प्राप्त करते थे।

गणेश्वर से ईंटों के उपयोग के प्रमाण नहीं मिले हुए हैं।
यहां से उत्खनन में मृदभांड मिले है जिन्हें कपिषवर्णी मृदभांड कहते हैं।