कुषाण वंश

कुषाण ‘यू-ची’ जाति की एक शाखा थी। कुजुल कडफिसेस ने भारत में सर्वप्रथम पश्चिमोत्तर प्रदेश पर अधिकार कर लिया। यह कडफिसेस प्रथम के नाम से भी प्रसिद्ध था। कुजुल कडफिसेस ने केवल तांबे के सिक्के जारी किए। इसके सिक्कों पर ‘धर्मथिदस’ तथा ‘धर्मथित’ (धर्म में स्थित) उत्कीर्ण है। विम कडफिसेस Read more…

भीमबेटका

पशुपालन के साक्ष्य सबसे पहले कहां मिले हैं? – मध्य पाषाण काल में मध्य पाषाण काल में पशुपालन के प्रमाण जहां से मिले, वह स्थान है? – आदमगढ़ ‘भीमबेटका’ प्रसिद्ध है? – गुफाओं के शैल चित्र के लिए गैरिक मृद्भांड पात्र (ओ.सी.पी.) का नामकरण हुआ था? – हस्तिनापुर में वह Read more…

पहले व्यक्तिगत सत्याग्रही कौन थे?

अगस्त प्रस्ताव के बाद की परिस्थितियों में जो प्रगति हुयी उसके पश्चात् सरकार ने अड़ियल रवैया अपना लिया तथा घोषित किया कि कांग्रेस जब तक मुस्लिम नेताओं के साथ किसी तरह के समझौते को मूर्तरूप नहीं देती, तब तक भारत में किसी प्रकार का संवैधानिक सुधार संभव नहीं है। गांधीजी Read more…

स्वराज पार्टी के संस्थापक कौन थे

फरवरी, 1905 ई. में इण्डियन होमरूल सोसायटी की स्थापना किसने की थी? अ. एनी बेसेन्ट ने ब. अरविन्द घोष ने स. श्यामजी कृष्ण वर्मा ने द. बालगंगाधर तिलक ने गदर पार्टी का पत्र ‘गदर’ था – अ. एक पाक्षिक पत्र ब. एक मासिक पत्र स. एक साप्ताहिक पत्र द. एक Read more…

महाजनपद-युग

छठीं शताब्दी ई.पू. में 16 महाजनपदों के अस्तित्व का उल्लेख निम्नलिखित ग्रंथों में मिलता है- बौद्ध ग्रंथ- अंगुत्तर निकाय में (प्रमाणिक)- काशी, कोशल, अंग, मगध, वज्जि, मल्ल, चेदि, वत्स, कुरू, पंचाल, मत्स्य, शूरसेन, अस्सक (अश्मक), अवन्ति, गन्धार, कम्बोज आदि। महावस्तु में – गंधार तथा कम्बोज के स्थान पर क्रमशः शिवि Read more…

भारत के प्राचीनकालीन विश्वविद्यालय

नालन्दा – बिहार प्रान्त में स्थित विश्वविद्यालय। सर्वप्रथम यहां एक बौद्ध-विहार की स्थापना गुप्तकाल में करवाई गई। चीनी यात्री ह्वेनसांग लिखता है कि इसका संस्थापक ‘शक्रादित्य’ था जिसने बौद्ध धर्म के त्रिरत्नों के प्रति महती श्रद्धा के कारण इसकी स्थापना करवाई थी। ‘शक्रादित्य’ की पहचान कुमारगुप्त प्रथम (415-455 ई.) से Read more…

भारतीय शिक्षा का मैग्नाकार्टा कहा जाता है?

सन् 1872 ई. में जेम्स ऑगस्टस हिक्की का ‘बंगाल गजट’ ब्रिटिश सरकार की स्पष्ट आलोचना के कारण बंद हो गया। प्रेस अधिनियम 1799 ई. के तहत प्रेस पर सेंसरशिप लगाया गया। पंजीकरण अधिनियम 1867 ने प्रेस प्रतिबंधों में ढील दी। वर्नाक्यूलर प्रेस अधिनियम 1878 का निर्माण देशी भाषा के पत्रों Read more…

भारत आने वाली प्रमुख यूरोपीय कंपनियां

समुद्री मार्ग से भारत आने वाले यूरोपीय व्यापारियों का क्रम निम्न प्रकार था – पुर्तगाली, डच, अंग्रेज और फ्रांसीसी। प्राचीनकाल से ही भारत में विदेशियों के प्रवेश के दो रास्ते थे – उत्तर पश्चिमी सीमा का प्रसिद्ध स्थल मार्ग, और समुद्री मार्ग। सर्वप्रथम 1407 ई. में ‘बार्थोलोम्यू डियाज’, उत्तामशा अंतरीप’ Read more…

होमरूल लीग

होमरूल लीग बाल गंगाधर तिलक 16 जून 1914 को मंडालय जेल ‘बर्मा’ से रिहा हुए। 1893 में एनी बेसेंट भारत आई थी उद्देश्य था ‘थियो-सॉफिकल सोसायटी’ के लिए काम करना। उन्होंने मद्रास के एक उपनगर अडियार में अपना दफ्तर खोला और 1907 से ब्रह्मविद्या ‘थियोसॉफी’ का प्रचार करने लगी। 1914 Read more…

भारतीयों द्वारा प्रकाशित एवं संपादित समाचार-पत्र

भारतीयों द्वारा प्रकाशित एवं संपादित पत्र 1858 में सोमप्रकाश का प्रकाशन बंगाली साप्ताहिक के रूप में ईश्वरचंद्र विद्यासागर ने किया। बंगाल में जब नील पैदा करने वाले इलाके में अशांति बढ़ी तो सोमप्रकाश ने किसानों के हितों का जोरदार समर्थान किया। हिंदू पैट्रिअट को विद्यासागर ने ले लिया जिसका संपादन Read more…