अ. उत्तरी ध्रुव पर ब. दक्षिणी ध्रुव पर
स. विषुवत रेखा पर द. पृथ्वी के केंद्र पर
उत्तर सहित व्याख्या द—
किसी वस्तु का भार, वह बल है जिससे पृथ्वी उसे अपने ओर आकर्षित करती है। यह भार वस्तु के द्रव्यमान तथा गुरुत्वीय त्वरण के गुणनफल के बराबर होता है। वस्तु का भार भिन्न-भिन्न स्थानों पर भिन्न-भिन्न हो सकता है, किंतु द्रव्यमान स्थिर रहता है। किसी वस्तु का भार विषुवत रेखा पर न्यूनतम तथा ध्रुवों पर अधिकतम होता है। पृथ्वी के केंद्र पर वस्तु का भार शून्य होता है, जो विषुवत रेखा पर वस्तु के भार की तुलना में कम है।