1. भारत में उद्यमों हेतु लाइसेन्सिंग प्रणाली का आधार उद्योग अधिनियम, 1951 था। आज के परिदृश्य में इस अधिनियम के तहत केवल 5 उद्यमों को लाइसेंस की जरूरत रह गई है।
  2. भारत में उदार औद्योगिक नीति सार्वजनिक उद्यमों में विनिवेश 1991-92 वित्तीय वर्ष से आरम्भ हुआ।
  3. भारत में औद्योगिक विकास हेतु ‘संयुक्त क्षेत्र’ का विचार 1956 की औद्योगिक नीति प्रस्ताव में रखा गया था। इस प्रस्ताव में
  4. औद्योगिकरण में तीव्रता लाना मुख्य उद्देश्य बनाया गया। इसके अलावा आय व सम्पत्ति के वितरण में समानता लाना और इस क्षेत्र में एकाधिकारी प्रवृत्तियों पर रोक लगाना भी प्रस्ताव में शामिल था।
  5. औद्योगिकरण के ढांचे में परिवर्तन के अन्तर्गत भारी उद्योग का महत्व कम करते हुए आधारिक संरचनाओं पर बल देने की शुरूआत आठवीं पंचवर्षीय योजना से की गई।
  6. भारत में पहली बार ‘व्यय कर’ लगाने का सुझाव कॉल्डार ने दिया। इन्होंने वैट की भी शुरूआत किया था। ज्ञातव्य है कि कॉल्डार एक ब्रिटिश अर्थशास्त्री थे, जिन्हें 1964 में कर सलाहकार के रूप में भारत आमंत्रित किया गया था।
  7. संगठन के प्रकार और उनके महत्त्वपूर्ण लक्षणों में कुछ अधोलिखित हैं। यथा – एकल व्यापारी में दायित्व असीमित होता है।
  8. साझेदारी में सम्बन्ध संविदात्मक होते हैं। सहकारिता का प्रमुख लक्षण कमजोर वर्गों की उन्नति है न जोखिम उठाने वालों की संख्या अधिक होती है क्योंकि कम्पनी अपने अंशों (शेयरों) की बिक्री से पूंजी का संग्रहण करती है।
  9. खनिज एवं धातु व्यापार निगम भारत की सरकारी क्षेत्र में सबसे बड़ी व्यापारिक संस्था है। यह भारत की दूसरी सबसे बड़ी विदेशी मुद्रा कमाने वाली संस्था, खनिजों का विशालतम निर्यातक एवं विशालतम बुलियन व्यापारी है।
  10. भारत विश्व का दूसरा बड़ा कपास उत्पादक देश है, जो विश्व का 16 प्रतिशत कपास का उत्पादन करता है और विश्व में सर्वाधिक भूमि पर भारत में कपास की खेती होती है।
  11. सूती वस्त्रोद्योग भारत का सबसे प्राचीन उद्योग है।
  12. भारत में आधुनिक प्रकार की प्रथम सूती कपड़ा मिल सन 1818 में कोलकाता के निकट फोर्ट ग्लोस्टर में लगायी गई थी।
  13. महाराष्ट्र 122 कारखानों सहित देश का 12 प्रतिशत कारखाना-निर्मित सूती धागा तथा 46.2 प्रतिशत कारखाना निर्मित सूती वस्त्र तैयार करता है।
  14. मुम्बई देश का वृहत्तम सूती वस्त्रों का केन्द्र है। इसे ‘भारत का कॉटनोपोलिस एवं मानचेस्टर’ की उपमा प्रदान की गई है।
  15. गुजरात 120 कारखानों सहित देश का 7.5 प्रतिशत सूती धागा तथा 26 प्रतिशत वस्त्र तैयार करता है।
  16. अहमदाबाद वृहत्तम सूती वस्त्रोद्योग केन्द्र है। इसे ‘पूर्व का बोस्टन’ उपमा प्रदान किया गया है।
  17. कोयम्बटूर वृहत्तम वस्त्रोत्पादक केन्द्र है। जिसे ‘दक्षिण भारत के मानचेस्टर’ की संज्ञा दी गई है।
  18. कानपुर को ‘उत्तर भारत का मानचेस्टर’ कहा जाता है।
  19. वस़्त्रों तथा जूट व हथकरघा सहित परिधान क्षेत्र के लिए ‘समेकित कौशल विकास योजना’ नाम से एक नई योजना कब प्रारम्भ की गई?
    5 अगस्त, 2010 को
  • वर्ल्ड स्टील डाइनेमिक्स के अनुसार भारत के किस इस्पात संयंत्र की अवस्थिति सर्वोत्तम मानी गयी है?
    टाटा आयरन एण्ड स्टील कम्पनी
  • विश्व में भारत जूट से बनी वस्तुओं का सबसे बड़ा उत्पादक और दूसरा बड़ा निर्यातक देश है।
  • देश का पहला जूट का कारखाना जॉर्ज ऑकलैण्ड द्वारा 1859 में कोलकाता के निकट रिशंरा स्थान पर लगाया गया था।
  • भारत में कौन-सा क्षेत्र कुटीर उद्योग के रूप में विशेष रूप से विकसित है?
    गुजरात, पंजाब, हरियाणा एवं राजस्थान।
  • स्टेनलेस स्टील किन पदार्थों को मिलाकर बनाया जाता है?
    लोहा, क्रोमियम, निकेल एवं कार्बन
  • इस समय देश में कितने एकीकृत इस्पात प्लांट है?
    8
  • बेवर के परिकल्पित ‘आदर्श अवस्थिति त्रिभुज’ के अन्दर सबसे कम लागत वाली स्थिति किस संयंत्र की है?
    बोकारो संयंत्र
  • वे उद्योग जो स्थानीय कच्चे मालों का उपयोग करते हैं, कहलाते हैं?
    कुटीर उद्योग
  • सामान्यतः किसी कुटीर उद्योग में कितने श्रमिक नियोजित होते है?
    10 से कम
  • बाल्को अर्थात् भारत एल्युमिनियम कम्पनी लिमिटेड की स्थापना कब और किसके सहयोग से हुई थी?
    1965 में सोवियत संघ के सहयोग से