होमरूल लीग

होमरूल लीग बाल गंगाधर तिलक 16 जून 1914 को मंडालय जेल ‘बर्मा’ से रिहा हुए। 1893 में एनी बेसेंट भारत आई थी उद्देश्य था ‘थियो-सॉफिकल सोसायटी’ के लिए काम करना। उन्होंने मद्रास के एक उपनगर अडियार में अपना दफ्तर खोला और 1907 से ब्रह्मविद्या ‘थियोसॉफी’ का प्रचार करने लगी। 1914 Read more…