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राजस्थान कृषि प्रसंस्करण, कृषि व्यवसाय एवं कृषि निर्यात प्रोत्साहन नीति-2019

नीति का उद्देश्य

इस नीति के मुख्य उद्देश्य निम्नानुसार हैं-

  1. समूह आधारित उत्पादन एवं कृषि प्रसंस्करण की अवधारणा को प्रोत्साहित करना।
  2. फार्म स्तर पर आधारभूत ढांचे का संवर्धन करना।
  3. सुदृढ़ कृषि एवं औद्योगिक क्षेत्र के लिए अग्रवर्ती-पश्चवर्ती कड़ी को प्रोत्साहित करना।
  4. आपूर्ति शृंखला को सुदृढ़ कर फसलोत्तर हानियों को कम करना।
  5. कृषि एवं संबद्ध क्षेत्र की मूल्य एवं आपूर्ति श्रृंखला में पूंजी निवेश को गति देना।
  6. पूंजी परिसंचरण, प्रौद्योगिकी हस्तांतरण एवं तात्कालिक उपायों द्वारा कृषि प्रसंस्करण क्षेत्र के कार्यकलापों में अभिवृद्धि कर उनकी क्षमता में वृद्धि करना।
  7. अंतर्देशीय व अंतर्राष्ट्रीय बाजार में राज्य के ताजा फल व सब्जियों, संजातीय खाद्य सामग्री, जैविक उत्पाद एवं मूल्य संवर्धित कृषि उत्पादों की पहुंच बढ़ाना एवं राज्य को एक मजबूत ब्राण्ड के रूप में स्थापित करना।
  8. फूड सेफ्टी एंड स्टैण्डर्ड अथोरिटी ऑफ इंडिया एवं आयातक देशों द्वारा निर्धारित खाद्य सुरक्षा एवं स्वच्छता के मादण्डों की पूर्ण पालना करने के लिए कृषि उद्योगों को सहायता प्रदान करना।
  9. बेरोजगार व्यक्तियों को स्थाई रोजगार के अवसर सुनिश्चित करने हेतु संस्थागत प्रशिक्षण द्वारा उनमें क्षमता निर्माण एवं कौशल उन्नयन करना तथा खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्रों में कुशल मानव शक्ति की मांग व आपूर्ति के अंतर को कम करना।
  10. राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के समीप तथा डीएमआईसी के कैंचमेंट क्षेत्र में सहयोगी आधारभूत ढांचा सृजित कर राज्य को प्रचालन केन्द्र के रूप में विकसित करना।
  11. त्वरित एवं जीवंत कृषि व्यवसाय क्षेत्र विकास के लिए उचित नीतिगत उपाय प्रारंभ करना।

योजना की क्रियान्वयन अवधि

नीति की प्रमुख विशेषताएं

नीति की प्रगति

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