उत्तर प्रदेश की प्रमुख फसलें और देश में स्थान

फसल उत्पादन

उत्तर प्रदेश में मुख्यतः तीन प्रकार की फसलों की खेती की जाती है-
रबी
शीत ऋतु में अक्टूबर से दिसम्बर के मध्य बोया जाता है तथा फरवरी से अप्रैल के मध्य काट लिया जाता है।
प्रमुख फसल – गेहूं, जौ, चना, मटर, सरसों एवं आलू आदि।
खरीफ
मानसून आने के साथ यानी मई से जुलाई के मध्य बोया जाता है तथा मानसून लौटने के बाद सितम्बर से अक्टूबर के मध्य काट लिया जाता है।
प्रमुख फसल-
चावल, गन्ना, कपास, मक्का, बाजरा, ज्वार, सनई आदि।
जायद
जायद फसलों की खेती रबी एवं खरीफ फसलों के मध्यवर्ती काल में की जाती है।
मार्च के बोया जाता है तथा जून में काट ली जाती है।
प्रमुख फसल-
तरबूज, खरबूजा, ककड़ी, काशीफल आदि।

प्रमुख फसलें

गेहूं

गेहूं का उत्पादन में उत्तर प्रदेश का देश में पहला स्थान है।
राज्य के सर्वाधिक क्षेत्र में गेहूं की खेती की जाती है। (कृषि योग्य भूमि के लगभग 24 प्रतिशत भाग पर)
उत्तरी पर्वतीय एवं दक्षिणी पठारी क्षेत्रों को छोड़कर राज्य में लगभग सभी क्षेत्रों में इसकी खेती की जाती है।
राज्य में सर्वाधिक गेहूं का उत्पादन गोरखपुर जिले में होता है।

चावल

यूपी चावल के उत्पादन में देश में तीसरे स्थान पर है।
चवल के अंतर्गत कृषि क्षेत्र की दृष्टि से देश में इसका दूसरा स्थान है।
राज्य के लगभग 18 प्रतिशत कृषि योग्य भूमि पर चावल की खेती की जाती है।
प्रमुख उत्पादक जिले
पीलीभीत, सहारनपुर, बस्ती महाराजगंज, रायबरेली, देवरिया, गोण्डा, बहराइच, मऊ, बलिया, लखनऊ, वाराणसी एवं गोरखपुर।

बाजरा

राज्य में इसकी खेती मुख्यतः शुष्क जलवायु वाले क्षेत्रों में होती है। जहां सामान्यतः 50 सेमी से कम वर्षा होती है।
प्रमुख उत्पादक जिले
मथुरा, आगरा, बदायूं, अलीगढ़, एटा, फिरोजाबाद, मैनपुरी, शाहजहांपुर, इटावा, प्रतापगढ़, गाजीपुर, फर्रूखाबाद एवं कानपुर आदि।

मक्का

मुख्यतः वर्षा वाले क्षेत्रों में की जाती है।
मेरठ, गाजियाबाद, बुलन्दशहर, फर्रूखाबाद, गोण्डा, जौनपुर, एटा, फिरोजाबाद

जौ

जौ की खेती मुख्यतः शुष्क एवं कांप मिट्टी वाले क्षेत्रों में की जाती है।
वाराणसी, आजमगढ़, जौनपुर, बलिया, मऊ, गाजीपुर, गोरखपुर, इलाहाबाद, प्रतापगढत्र

चना

इसकी खेती राज्य के उन क्षेत्रों में की जाती है जहां हल्की दोमट तथा शुष्क मिट्टी पायी जाती है।
प्रमुख उत्पादक जिले
बांदा, हमीरपुर, झांसी, ललितपुर, जालौन, मिर्जापुर, सोनभद्र, कानपुर, फतेहपुर, सीतापुर, बाराबंकी, इलाहाबाद, आगरा

अरहर
मुख्यतः वाराणसी, झांसी, इलाहाबाद, लखनऊ

चाय

चाय की खेती राज्य के तराई क्षेत्रों में की जाती है।
मुख्य रूप से सिद्धार्थनगर, देवरिया, लखीमपुर खीरी, पीलीभीत तथा महारागंज में।

गन्ना

गन्ना उत्पादन में उत्तर प्रदेश का देश में प्रमुख स्थान है।
राज्य में गन्ना उत्पादन के दो प्रमुख क्षेत्र हैं- तराई एवं गंगा-यमुना दोआब क्षेत्र।
तराई क्षेत्र के अंतर्गत रामपुर, बरेली, पीलीभीत, सीतापुर, लखीमपुर, खीरी, गोण्डा, फैजाबाद, आजमगढ़, मऊ, जौनपुर, बस्ती, बलिया, महाराजगंज, देवरिया एवं गोरखपुर आदि जिले हैं।
गंगा-यमुना दोआब क्षेत्र में मेरठ, गाजियाबाद, मुजफ्फरनगर, सहारनपुर, बुलन्दशहर, अलीगढ़, मुरादाबाद आदि जिले हैं।

मूंगफली

इसकी खेती शुष्क भूमि में की जाती है।
प्रमुख उत्पादक जिले
सीतापुर, हरदोई, एटा, बदायूं एवं मुरादाबाद आदि

सरसों

सरसों के उत्पादन में उत्तर प्रदेश का क्षेत्र में दूसरा स्थान है।
गोण्डा, बहराइच, मिर्जापुर, सोनभद्र, कानपुर, सीतापुर, सहारनपुर, एटा, मेरठ, फैजाबाद, इटावा, सुल्तानपुर, मथुरा, अलीगढ़ एवं बुलन्दशहर आदि।

कपास

इसकी खेती राज्य में गंगा-युमना दोआब, रुहेलखण्ड एवं बुन्देलखण्ड में सिंचाई के माध्यम से की जाती है।

जूट

राज्य के तराई क्षेत्र एवं सरयू-घाघरा दोआब में इसकी खेती की जाती है।

तम्बाकू

इसकी खेती मुख्यतः राज्य के वाराणसी, मेरठ, गाजियाबाद, बुलन्दशहर, मैनपुरी, सहारनपुर एवं फर्रूखाबाद आदि जिलों में की जाती है।

अफीम

राज्य में अफीम का सर्वाधिक उत्पादन बाराबंकी जिले में होता है। इसके अतिरिक्त गाजीपुर में भी अफीम की खेती की जाती है।
राज्य की एकमात्र अफीम फैक्ट्री गाजीपुर में है।

देश में उत्तर प्रदेश प्रथम

कुल खाद्यान्न उत्पादन में उत्तर प्रदेश देश में प्रथम स्थान पर है।
फलों के उत्पादन में राज्य का देश में प्रथम स्थान है।
आम, अमरूद एवं आंवला के उत्पादन में उत्तर प्रदेश का स्थान देश में पहला है।
मेरठ एवं सहारनपुर जिलों में एलोवेरा, आंवला, अश्वगंधा, ब्राह्मी आदि की खेती बड़े पैमाने पर की जाती है।
आलू उत्पादन में उत्तर प्रदेश का देश में पहला स्थान है।

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