रणथम्भौर का हम्मीर चौहान

हम्मीर चौहान (1282-1301 ई.) अपने पिता जैत्रसिंह का तीसरा पुत्र था। सभी पुत्रों में योग्य होने के कारण उसका राज्यारोहण उत्सव जैत्रसिंह ने अपने जीवनकाल में ही 1282 ई. में सम्पन्न करवा दिया था। दिग्विजय के बाद हम्मीर ने कोटि यज्ञों का आयोजन किया जिससे उसकी प्रतिष्ठा में वृद्धि हुई। Read more…

अमीर खुसरो

जन्मः 1253 ई. में, पटियाली गांव (एटा, उत्तर प्रदेश) में इन्होंने फारसी की एक नई शैली की शुरुआत की, जिसे सबक-ए-हिन्दी कहा जाता था। ये सल्तनत काल के सर्वश्रेष्ठ संगीतज्ञ थे। इन्होंने ईरानी और भारतीय रागों का मिश्रण करके साजगिरि, तिलकत आदि तथा अरबी रागों- यमन, सनम, गोरा आदि का Read more…