(A) पशुपति (B) इन्द्र
(C) विष्णु (D) वरुण
उत्तर सहित व्याख्या (A)- मोहनजोदड़ो से प्राप्त एक मुहर (सील) पर तीन मुंहवाला एक पुरुष ध्यान की मुद्रा में बैठा हुआ है। उसके सिर पर तीन सींग है। उसके बाई ओर एक गैंडा और भैंसा तथा दाई ओर हाथी एवं व्याघ्र हैं। इसे पशुपति शिव का रूप माना गया है। मार्शल ने इन्हें ‘आद्यशिव’ बताया।