शशगनी सिक्के किस सुल्तान के शासनकाल में प्रचलित थे

किस सुल्तान के शासनकाल में इजारेदारी व्यवस्था (भूमि को ठेके पर देने की) को पुन: बढ़ावा मिला?
अ. अलाउद्दीन खिलजी
ब. इल्तुतमिश
स. बलबन
द. फिरोजशाह तुगलक
उत्तर— द
उसने सैनिकों और अधिकारियों को वेतन के बदले जागीर देने की प्रथा आरम्भ की।

किस शासक को ‘दिल्ली सल्तनत युग का अकबर’ कहा गया?
अ. अलाउद्दीन खिलजी
ब. मुहम्मद बिन तुगलक
स. बलबन
द. फिरोजशाह तुगलक
उत्तर— द
व्याख्या:
‘दिल्ली सल्तनत युग का अकबर’ फिरोज शाह को कहा गया है, उन्हें यह उपाधि हेनरी एलियट और एलिफिन्स्टन ने दी।

फतुहाते—फिरोजशाही की रचना किसने की?
अ. बरनी
ब. शम्से सिराज अफीफ
स. अमीर खुसरो
द. फिरोजशाह तुगलक
उत्तर— द

फिरोज स्वयं एक विद्वान था। उसने अपने दरबार में शम्से शिराज अफीफ को संरक्षण दिया।
उसने स्वयं की आत्मकथा फतुहाते—फिरोजशाही लिखी जो फारसी भाषा में है।
उसने खालिद नामक फारसी विद्वान से ‘दलायल—ए—फिरोजशाही’ नामक ग्रंथ लिखवाया जो संस्कृत में चिकित्सा शास्त्र के ग्रंथों का महत्वपूर्ण अनुवाद था।

शशगनी सिक्के किस सुल्तान के शासनकाल में प्रचलित थे—
अ. मुहम्मद बिन तुगलक
ब. इल्तुतमिश
स. फिरोजशाह तुगलक
द. सिकन्दर लोदी
उत्तर— स
फिरोज तुगलक ने शशगनी (6 जीतल का एक सिक्का) नामक सिक्का चलाया।
इतिहासकार अफीफ के अनुसार सुल्तान ने ‘अद्धा’ एवं ‘बिख’ नामक तांबा और चांदी निर्मित सिक्का चलाया।

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