सार्क
- दक्षिण एशियाई राष्ट्रों के मध्य पारस्परिक व्यापारिक सहयोग के लिए एक क्षेत्रीय संगठन की स्थापना का सुझाव सर्वप्रथम बांग्लादेश के तत्कालीन राष्ट्रपति जियाउर्रहमान ने वर्ष 1977 में दिया।
- 1980 ई. में दक्षिण एशियाई राष्ट्रों के बीच इस मुद्दे पर सहमति बनी। अप्रैल, 1981 में कोलंबो में 7 दक्षिण एशियाई देशों (भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश, नेपाल, भूटान, श्रीलंका एवं मालदीव) के विदेश सचिवों की बैठक हुई जिसमें क्षेत्रीय सहयोग के 5 व्यापक क्षेत्रों को चिह्नित किया गया।
- अगस्त, 1983 में दिल्ली में संपन्न विदेश मंत्रियों की बैठक में सार्क घोषणा-पत्र को स्वीकार किया गया और सहयोग के 9 विभिन्न क्षेत्रों से संबंधित ‘इंटीग्रेटेड प्रोग्राम ऑफ एक्शन’ प्रारंभ किया गया।
- 8 दिसम्बर, 1985 को सातों दक्षिण एशियाई देशों के राष्ट्राध्यक्षों/शासनाध्यक्षों की ढाका में संपन्न बैठक में सार्क के घोषणा-पत्र को स्वीकृति प्रदान की गई।
इस चार्टर में संगठन के निम्नलिखित उद्देश्य परिभाषित किए गए है –
- दक्षिण एशिया के लोगों के कल्याण का संवर्द्धन और उनके जीवन की गुणवत्ता में सुधार करना।
- इस क्षेत्र में आर्थिक संवृद्धि, सामाजिक प्रगति एवं सांस्कृतिक विकास को त्वरित करना और सभी व्यक्तियों को गरिमापूर्ण जीवन एवं अपनी पूर्ण संभाव्यता प्राप्त करने का अवसर उपलब्ध कराना।
- दक्षिण एशिया के देशों के मध्य सामूहिक आत्मविश्वास को सुदृढ़ एवं संवर्द्धित करना।
- अन्य विकासशील देशों के साथ सहयोग को सुदृढ़ बनाना।
- अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर समान हित के मुद्दों पर आपस में सहयोग को मजबूत करना तथा
- समान उद्देश्यों एवं लक्ष्यों वाले अंतर्राष्ट्रीय एवं क्षेत्रीय संगठनों के साथ सहयोग करना।
- सार्क के 8वें सदस्य के रूप में अफगानिस्तान का अनुमोदन 13वें सार्क शिखर सम्मेलन ढाका, 2005 में किया गया था और 14वें शिखर सम्मेलन नई दिल्ली, 2007 में यह सदस्य के रूप में सार्क में सम्मिलित हो गया।
- सार्क के 13वें शिखर सम्मेलन में पहली बार 4 राष्ट्रों अमेरिका, चीन, जापान एवं दक्षिण कोरिया तथा यूरोपीय संघ को पर्यवेक्षक के रूप में अनुमोदित किया गया था। इनके प्रतिनिधियों ने 14वें शिखर सम्मेलन से भाग लेना प्रारंभ किया।
- ईरान को अप्रैल, 2007 एवं मारीशस को दिसंबर, 2007 में पर्यवेक्षक का दर्जा दिया गया तथा ये पहली बार 15वें शिखर सम्मेलन कोलंबो, 208 में उपस्थित हुए थे।
साफ्टा
- 11 अप्रैल, 1993 को सार्क राष्ट्रों ने ढाका में सार्क क्षेत्र के अंतर्गत टैरिफ को कम करने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किये थे।
‘साउथ एशियन प्रीफरेशिंयल ट्रेडिंग अरेन्जमेंट’ 7 दिसम्बर, 1995 को अस्तित्व में आयी। - साफ्टा के पश्चात साफ्टा (साउथ एशिया फ्री ट्रेड एरिया) की पृष्ठभूमि तैयार हो गयी। 25 अनुच्छेदों वाली साफ्टा संधि पर 6 जनवरी, 2004 को सहमति हुई और 1 जनवरी, 2006 से यह अस्तित्व में आ गयी। अफगानिस्तान फरवरी, 2008 में साफ्टा का सदस्य बना।
सार्क के क्षेत्रीय केन्द्र
- सार्क कृषि केन्द्र – ढाका
- सार्क तपेदिक केन्द्र – काठमाण्डू
- सार्क प्रलेख केन्द्र – नई दिल्ली
- सार्क मौसम विज्ञान अनुसंधान केन्द्र – ढाका
- सार्क मानव संसाधन विकास केन्द्र – इस्लामाबाद
- सार्क ऊर्जा केन्द्र – इस्लामाबाद
- सार्क सांस्कृतिक केन्द्र – कैंडी
- सार्क सूचना केन्द्र – नेपाल
- सार्क कोस्टल जोन मैनेजमेन्ट सेन्टर – मालदीव
- सार्क डिजास्टर मैनेजमेन्ट सेन्टर – भारत
- सार्क फारेस्ट्री सेन्टर, भूटान
- दक्षिण एशियाई विश्वविद्यालय – नई दिल्ली।
संयुक्त राष्ट्र महासभा के 69वें सत्र में 15 जुलाई को ‘विश्व युवा कौशल दिवस’ घोषित किया।