राजस्थान का एकीकरण कितने चरणों में हुआ

  • राजस्थान के एकीकरण के समय कुल 19 रियासतें, 3 ठिकाने- लावा (जयपुर), कुशलगढ़ (बांसवाड़ा) व नीमराना (अलवर) तथा
    एक अंग्रेज शासित प्रदेश अजमेर-मेरवाड़ा थे।
  • रियासतों की समस्या से निपटेन के लिए भारत सरकार ने 27 जून, 1948 को रियासती विभाग की स्थापना की।
  • राजस्थान का एकीकरण का कार्य  18 मार्च, 1948 से प्रारम्भ होकर सात चरणों में 1 नवंबर, 1956 को पूरा हुआ।
प्रथम चरण: मत्स्य संघ 18 मार्च, 1948
  • चार रियासत— अलवर, भरतपुर, धौलपुर, करौली और नीमराणा (अलवर) ठिकाना को मिलाकर मत्स्य संघ का निर्माण किया।
  • उद्धघाटन – केंद्रीय मंत्री एन. वी. गाडगिल (नरहरि विष्णु गाॅडविल) द्वारा
  • राजप्रमुख – धौलपुर महाराजा उदयभान सिंह
  • उपराजप्रमुख – गणेश पाल, करौली
  • प्रधानमंत्री – श्री शोभाराम कुमावत
  • राजधानी – अलवर
  • मत्स्य संघ नाम श्री के.एम.मुंशी ने सुझाया।
दूसरा चरण: राजस्थान संघ
  • 25 मार्च, 1948 को कोटा, बूंदी, झालावाड़, टोंक, डूंगरपुर, बांसवाड़ा, प्रतापगढ़, किशनगढ़ व शाहपुरा आदि 9 रियासत और एक कुशलगढ़ (बांसवाड़ा) ठिकाना को मिलाकर राजस्थान संघ की स्थापना की।
  • उद्घाटन कर्ता – एन. वी. गाॅडविल
  • राजधानी- कोटा
  • राजप्रमुख- भीमसिंह (कोटा)
  • उपराज प्रमुख- बूंदी महाराजा बहादुरसिंह, महारावल लक्ष्मणसिंह
  • प्रधानमंत्री- गोकुल लाल असावा (शाहपुरा)

नोट:— बांसवाड़ा महारावल चंद्रवीर सिंह ने विलयपत्र पर हस्ताक्षर करते हुए कहा “मैं अपने डेथ वारंट पर हस्ताक्षर कर रहा हूँ।”

तीसरा चरण: संयुक्त राजस्थान (18 अप्रैल, 1948)
  • राजस्थान संघ + उदयपुर
  • उद्घाटन कर्ता- पं. जवाहरलाल नेहरू
  • राजधानी – उदयपुर
  • राजप्रमुख – भूपालसिंह (उदयपुर)
  • उपराजप्रमुख – भीमसिंह (कोटा)
  • प्रधानमंत्री – माणिक्यलाल वर्मा

चौथा चरण: वृहद राजस्थान (30 मार्च, 1949)

  • संयुक्त राजस्थान + जयपुर + जोधपुर + जैसलमेर + बीकानेर
  • इस चरण में संयुक्त राजस्थान में जयपुर, जोधपुर, जैसलमेर और बीकानेर का विलय किया
  • इसका उद्घाटन सरदार वल्लभ भाई पटेल ने किया
  • राजधानी- जयपुर
  • श्री पी. सत्यनारायण राव समिति की सिफारिश पर।
  • महाराज प्रमुख- भूपाल सिंह
  • राजप्रमुख- मान सिंह द्वितीय (जयपुर)
  • उपराजप्रमुख- भीमसिंह
  • प्रधानमंत्री- हीरालाल शास्त्री
  • 30 मार्च को राजस्थान दिवस के रूप में मनाया जाने का निर्णय
इस चरण में 5 विभाग स्थापित किए गए जो निम्नलिखित थे—
  1.  शिक्षा विभाग- बीकानेर
  2.  न्याय विभाग- जोधपुर
  3.  वन विभाग- कोटा
  4.  कृषि विभाग- भरतपुर
  5.  खनिज और कस्टम व एक्साइज विभाग- उदयपुर
पांचवा चरण: संयुक्त वृहद् राजस्थान (15 मई, 1949)
  • इस चरण में वृहद राजस्थान और मत्स्य संघ को मिलाकर संयुक्त वृहद् राजस्थान की स्थापना की गई।
  • शंकरादेव समिति की सिफारिश पर मत्स्य संघ को वृहद राजस्थान में मिलाया गया।
  • राजधानी- जयपुर
  • महाराज प्रमुख- मानसिंह द्वितीय
  • प्रधानमंत्री- हीरालाल शास्त्री
  • उद्घाटनकर्ता – सरदार वल्लभभाई पटेल
छठां चरण:
  • 26 जनवरी, 1950 को
    संयुक्त वृहद राजस्थान में सिरोही जिले को राजस्थान में शामिल किया गया। राजस्थान ‘बी श्रेणी’ का राज्य बना।
सातवां चरण:
  • डॉ. फजल अली के नेतृत्व में गठित राज्य पुनर्गठन आयोग की सिफारिश पर 1 नवंबर, 1956 को केन्द्र शासित अजमेर—मेरवाड़ा व मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले का सुनेल टप्पा गांव राजस्थान में शामिल कर लिया गया तथा माउंट आबू सिरोही जिले में सम्मिलित हुआ एवं राजस्थान का सिरोंज मध्यप्रदेश को दिया गया।
  • इस प्रकार वर्तमान राजस्थान के एकीकरण की प्रक्रिया 7 चरणों में 1 नवंबर, 1956 को पूरी हुई।
महत्त्वपूर्ण तथ्य:—
  • क्षेत्रफल की दृष्टि से सबसे बड़ी रियासत – जोधपुर
  • क्षेत्रफल की दृष्टि से सबसे छोटी रियासत – शाहपुरा
  • जनसंख्या की दृष्टि से सबसे बड़ी रियासत – जयपुर
  • जनसंख्या की दृष्टि से सबसे छोटी रियासत – शाहपुरा
  • सबसे प्राचीन रियासत – मेवाड़ (उदयपुर)
  • सबसे नवीन और अंतिम रियासत – झालावाड़ (एक मात्र अंग्रेजो द्वारा निर्मित रियासत)
  • एक मात्र मुस्लिम रियासत – टोंक
  • जाटों की रियासत – भरतपुर और धौलपुर (अन्य रियासतें राजपूतों की थी)
  • एकीकरण के अन्त में शामिल होने वाली रियासत – सिरोही
  • वर्तमान राजस्थान का स्वरूप 1 नवम्बर 1956 को अस्तित्व में आया।
  • राजस्थान के गठन के बाद हीरा लाल शास्त्री राजस्थान के प्रथम मुख्यमंत्री बने।
  • राज्य की 160 सदस्य प्रथम विधान सभा का गठन 29 फरवरी, 1952 को हुआ।
  • टीकाराम पालीवाल राज्य के प्रथम निर्वाचित लोकतांत्रिक सरकार के मुख्यमंत्री बने।
  • नरोत्तम लाल जोशी विधानसभा के प्रथम अध्यक्ष चुने गए।
  • 1 नवम्बर, 1956 को सरदार गुरुमुख निहालसिंह को राज्य का प्रथम राज्यपाल नियुक्त किया गया। (आरएएस, 2007)

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