खेल के क्षेत्र के दिए जाने वाले प्रमुख पुरस्कार

  • भारत सरकार द्वारा अपने नागरिकों को प्रोत्साहित करने के लिए कई पुरस्कार प्रदान किए जाते हैं। इस प्रकार खेल जगत में उत्कृष्ट ​खिलाड़ियों को उनके बेहतर प्रदर्शन को सम्मानित करने के लिए कई पुरस्कार दिए जाते हैं] जिनमें प्रमुख खेल पुरस्कार हैं— राजीव गांधी खेल रत्न, अर्जुन अवॉर्ड, मेजर ध्यानचंद और द्रोणाचार्य (प्रशिक्षकों को)।
राजीव गांधी खेल रत्न
  • भारत में खेल के क्षेत्र में दिया जाने वाला सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार ‘राजीव गांधी खेल रत्न’ है।
  • इसकी स्थापना वर्ष 1991—92 में की गई। इस खेल पुरस्कार में एक पदक, प्रशस्ति पत्र और 7.5 लाख रुपए (11 हजार डॉलर) नकद प्रदान किए जाते हैं।
  • पुरस्कार प्राप्तकर्ताओं का चयन मंत्रालय द्वारा गठित एक समिति द्वारा किया जाता है और उन्हें अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर ‘चार साल की अवधि में खेल के क्षेत्र में शानदार और सबसे उत्कृष्ट प्रदर्शन’ के लिए सम्मानित किया जाता है।
  • इस खेल पुरस्कार के पहले विजेता शतरंज खिलाड़ी विश्वनाथन आनंद हैं। क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर को वर्ष 1997—98 में दिया गया।
  • वर्ष 2018 के विजेता भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली और वेटलिफिटिंग साईखोम मीराबाई चानू को संयुक्त रूप से प्रदान किया गया।
  • वर्ष 2017 — देवेंद्र झाझडिया, पैरा—एथलीट और हॉकी खिलाड़ी सरदार सिंह
  • वर्ष 2016 — जीतू राय, पी.वी. सिंधु, साक्षी मलिक, दीपा करमाकर
  • वर्ष 2015 — सानिया मिर्जा, टेनिस खिलाड़ी
  • वर्ष 2014 — यह पुरस्कार प्रदान नहीं किया गया।
  • वर्ष 2013 — रोजन सोढ़ी, शूटिंग
द्रोणाचार्य खेल पुरस्कार
  • द्रोणाचार्य पुरस्कार खेल जगत से संबंधित है और यह पुरस्कार खेल में बेहतरीन प्रशिक्षण प्रदान करने वाले कोच और गुरुओं को प्रदान किया जाता है।
  • महाभारत के पात्रों में से एक गुरु द्रोणाचार्य के नाम पर रखा गया पुरस्कार है। वह पांड़वों को धनुर्धर विद्या का प्रशिक्षण देते थे। इस पुरस्कार की शुरुआत साल 1985 से हुई है। इसमें गुरु द्रोणाचार्य की कांस्य प्रतिमा, 7 लाख रुपये का चेक और प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जाता है।
ध्यानचंद खेल पुरस्कार
  • भारत सरकार द्वारा दिया जाने वाला सर्वोच्च खेल पुरस्कार है। इस पुरस्कार के प्राप्तकर्ताओं का चयन खेल मंत्रालय द्वारा गठित एक समिति द्वारा किया जाता है और उनके सक्रिय खेल, कार्यकाल के दौरान और खेल से संन्यास के बाद खेल को बढ़ावा देने के लिए उनके योगदान को (लाइफ टाइम अचीवमेंट) के लिए दिया जाने वाला पुरस्कार है।
  • इस पुरस्कार की शुरुआत वर्ष 2002 से देश के दिग्गज हॉकी खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद के नाम पर रखा गया है। इसमें मेजर ध्यानचंद की कांसे की प्रतिमा, प्रशस्ति पत्र, पोशाक और 5 लाख का नकद पुरस्कार प्रदान किए जाते हैं।
अर्जुन खेल पुरस्कार

 

  • वर्ष 1961 में शुरु किया गया यह पुरस्कार राष्ट्रीय स्तर व अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर खेले बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी को प्रदान किया जाता है। इस खेल पुरस्कार के दौरान सम्मानित खिलाड़ी को कांसे से बनी अर्जुन की प्र​तीकात्मक मूर्ति, पांच लाख रुपये कैश और प्रशस्ति पत्र प्रदान किया जाता है।

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