राजस्थान की प्रमुख मीठे और खारे पानी की झीलें

राजस्थान में खारे व मीठे दोनों प्रकार के पानी के अनेक झीलें हैं। खारे पानी की झीलें – राजस्थान के पश्चिमी मरुस्थली क्षेत्र तथा अंतः प्रवाह वाले क्षेत्रों में अनेक खारे पानी की झीलें हैं। इनमें सांभर, डीडवाना, पचपद्रा और लूनकरनसर झीलें प्रमुख हैं। सांभर झील जयपुर जिले में जयपुर Read more…

स्थानांतरित कृषि को राजस्थान में किस नाम से जाना जाता है?

आर.पी.एस.सी द्वारा विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे— पटवारी, महिला पर्यवेक्षक, तृतीय श्रेणी अध्यापक, द्वितीय श्रेणी अध्यापक, फर्स्ट ग्रेड टीचर, आरएएस, एसआई में पूछे गए महत्त्वपूर्ण प्रश्न का संकलन जिस जिले का वार्षिक वर्षा में विषमता का प्रतिशत सर्वाधिक है, वह है? – जैसलमेर राजस्थान में जून माह में न्यूनतम वायुदाब जिस Read more…

राजस्थान में खनिज तत्वों से पूछे गये प्रश्नोत्तर

खनिजों का अजायबघर कहा जाता है? – राजस्थान को राजस्थान राज्य खनिज विकास निगम का राजस्थान राज्य खान एवं खनिज लिमिटेड में विलय कब किया गया? – 20 फरवरी 2003 को राज्य में प्रथम खनिज नीति कब घोषित हुई थी? – 1978 ई. में आरएनसीएफ का पूरा नाम है? – राजस्थान राष्ट्रीय केमिकल्स एंड Read more…

राजस्थान के नगरों के उपनाम

  नगर उपनाम राजस्थान का पूर्वी द्वार भरतपुर राजस्थान के जलमहलों की नगरी डींग राजस्थान का कानपुर  कोटा रेड डायमंड धौलपुर भारत का मक्का अजमेर राजस्थान का ह्रदय अजमेर गुलाबी नगरी जयपुर भारत का पेरिस जयपुर नवाबों की नगरी टोंक स्वर्ण नगरी जैसलमेर गलियों का शहर जैसलमेर राजस्थान का शिमला Read more…

राजस्थान के प्रमुख पशु मेले, नागौर का तेजाजी मेला

पशुपालकों को अपने पशुओं को बचने-खरीदने के लिए बेहतर पशु विपणन सुविधा उपलब्ध करवाना। पशुधन को अधिक समृद्ध एवं उन्नतिशील बनाने की ओर पशुपालकों का ध्यान आकृष्ट करना। पशु प्रतियोगिताओं के आयोजन द्वारा पशुपालकों को समृद्ध एवं उन्नत नस्ल के पशु रखने की ओर प्रेरित करना एवं उस दिशा में Read more…

राजस्थान में सिंचाई परियोजना

राजस्थान कृषि प्रधान राज्य है। लोग जीवन- स्तर के लिए कृषि पर निर्भर हैं। कृषि विकास सिंचाई पर निर्भर करता है। राजस्थान के पश्चिम भाग में मरूस्थल है। मानसून की अनिश्चितता के कारण “कृषि मानसून का जुआ” जैसी बात कई बार चरितार्थ होती है। राजस्थान में सिंचाई के प्रमुख साधन Read more…

राजस्थान में पशुधन

भारत में प्रथम पशु गणना 1919-20 में हुई थी और तब से यह पशुगणना हर 5 वर्ष बाद भारत में सभी राज्यों/केन्द्र शासित प्रदेशों द्वारा की जाती है। अब तक 19 पशुगणना 15 अक्टूबर, 2012 में की जा चुकी है। गणना का कार्य राज्य पशुपालन विभागों की है। विश्व में Read more…

राजस्थान में मृगवन

राजस्थान में वन्य जीवों के संरक्षण में हिरण (मृग) के लिये ‘मृगवन‘ क्षेत्र निर्धारित कर उठाया गया है। वर्तमान में राज्य में निम्नलिखित मृगवन है- अशोक विहार मृगवन जयपुर शहर के अशोक विहार के बीच 12 हैक्टेयर के एक भूखण्ड को अशोक विहार मृगवन के नाम से विकसित किया है। Read more…

राजस्थान के प्रमुख उद्योग: सीमेन्ट और सूती वस्त्र उद्योग

राजस्थान के प्रमुख वृहद उद्योगों में सीमेन्ट उद्योग, सूती वस्त्र उद्योग, चीनी उद्योग, नमक उद्योग, कांच उद्योग आदि शामिल है। सीमेन्ट उद्योग राजस्थान सीमेन्ट उद्योग में भारत का अग्रणी राज्य माना जाता है। सर्वप्रथम 1915 में लाखेरी (बून्दी) में सीमेन्ट फैक्ट्री स्थापित की गई। सवाईमाधोपुर में ’जयपुर उद्योग लि0’ (प्रारंभिक Read more…