खनिज सम्पदा की दृष्टि में ‘भारत का रुर’ उपमा किसे प्रदान किया गया है

भारत में खनिजों की खेज औ विकास के लिए उत्तरदायी संगठन कौन-कौन से हैं? – भारतीय भूगर्भ सर्वेक्षण, खनिज अन्वेषण निगम लिमिटेड, भारतीय खान ब्यूरों एवं सार्वजनिक क्षेत्र के अन्य उपक्रम भारतीय खान ब्यूरों का मुख्यालय कहां स्थित है? – नागपुर में भारतीय भूगर्भ सर्वेक्षण (जी.एस.आई.) की स्थापना कब की Read more…

सर्वाधिक उपजाऊ मृदा कौन-सी है?

भारत में सर्वाधिक व्यापक और सर्वाधिक उपजाऊ मृदा कौन सी है? – जलोढ़ मृदा बंगाल का आतंक किसे कहा जाता है? – जलकुम्भी बांगर तथा खादर नामक जलोढ़ मृदा में सबसे उपजाऊ कौन-सी मृदा होती है? – खादर शुष्क खेती के लिए सर्वाधिक उपयुक्त मृदा कौन-सी होती है? – काली Read more…

मौर्यकालीन कला

मौर्ययुगीन कला को दो भागों में बांटा जा सकता है- दरबारी अथवा राजकीय कला जिसमें राजप्रासाद, स्तम्भ, गुहा-विहार, स्तूप लोककला जिसमें स्वतंत्र कलाकारों द्वारा लोकरूचि की वस्तुओं का निर्माण किया गया, जैसे- यक्ष-यक्षिणी, प्रतिमाएं, मिट्टी की मूर्तियां आदि। स्तम्भ कला स्तम्भ मौर्ययुगीन वास्तुकला के सबसे अच्छे उदाहरण है। सर जॉन Read more…

जन्तु ऊतक

ऊतक (Tissue) समान उत्पत्ति, संरचना एवं कार्यों वाली कोशिकाओं के समूह को ऊतक (Tissue) कहते हैं। जन्तुओं के शरीर में निम्नलिखित प्रकार के ऊतक पाये जाते हैं – अ. एपीथीलियम ऊतक (उपकला ऊतक) ब. पेशी ऊतक स. संयोजी ऊतक द. तंत्रिका ऊतक य. तरल या संवहनीय ऊतक। एपीथीलियम ऊतक एपीथीलियम Read more…

चीनी यात्री फाह्यान का भारत यात्रा विवरण

फाह्यान का भारत वर्णन – चीनी यात्री फाह्यान ने 399 ई. से 414 ई. तक भारत का भ्रमण किया था। उसने भारत की आर्थिक, धार्मिक, राजनीतिक व सामाजिक स्थिति का वर्णन किया है। तत्कालीन समाज में शाकाहार का प्रचलन था, सामान्यतयः जनता लहसुन प्याज का सेवन नहीं करती थी। अस्पृश्यता Read more…

ह्वेनसांग का भारत यात्रा विवरण

  ह्वेनसांग चीनी बौद्ध यात्री था, जो हर्ष के समय भारत आया। वह बौद्ध स्थलों के दर्शन एवं बौद्ध ग्रंथों के अध्ययन करने के उद्देश्य से भारत आया था। उसने भारत के सम्बन्ध में निम्नलिखित विवरण दिया- सामाजिक स्थिति – तत्कालीन समाज ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य व शूद्र वर्णों में विभाजित Read more…

राजस्थान सामान्य अध्ययन के वस्तुनिष्ठ प्रश्नपत्र

राजस्थान में क्रान्ति 1857 :- राजस्थान में क्रान्ति की शुरूआत कहाँ से हुई ? (अ) नसीराबाद     (ब) नीमच      (स) मेवाड़      (द) मारवाड Ans. अ आऊवा का संबंध किससे है ? (अ) रामसिंह             (ब) कुशाल सिंह (स) लक्ष्मणसिंह        Read more…

राजस्थानी चित्रकला शैलियों के चित्रकार

  शैली चित्रकार किशनगढ़ शैली निहालचंद, अमीरचन्द, धन्ना व छोटू मारवाड़ शैली भाटी देवदास, भाटी शिवदास भाटी, किशनदास नाथद्वारा शैली खूबीराम, घासीराम, रेवाशंकर व पुरुषोत्तम मेवाड़ शैली गंगाराम, भैंरोराम, कृपाराम, साहिबदीन, मनोहर व नासिरूद्दीन अलवर शैली गुलाम अली, सालिगराम, नन्दराम, बलदेव, जमुनादास, डालचन्द व छोटे लाल बूंदी शैली रामलाल, अहमद Read more…

संगम काल: पाण्ड्य, चेर और चोल

संगम साहित्य 300-600 ई. तमिल भाषा का प्राचीनतम साहित्य संगम साहित्य के नाम से जाना जाता है। संगम का अर्थ ‘संघ’ या ‘परिषद’ होता है। पाण्ड्य शासकों के संरक्षण में कुल तीन संगम आयोजित किये गये थे, जिनमें संकलित साहित्य को संगम साहित्य की संज्ञा दी गयी। संगम साहित्य के Read more…

हस्तशिल्प उद्योग

  हस्तशिल्प उद्योग प्रसिद्ध स्थान डोरिया व मसूरिया साड़ियां कोटा खेसला, टुकड़ी बालोतरा, फालना बंधेज साड़ियां जोधपुर चूनरियां व लहरिया जयपुर संगमरमर की मूर्तियां जयपुर मिट्टी की मूर्तियां मोलेला गांव, राजसमन्द लकड़ी के खिलौने उदयपुर, सवाई माधोपुर फड़ चित्रण शाहपुरा, भीलवाड़ा कठपुतलियां उदयपुर कृत्रिम रेशम (टसर) का विकास कोटा, उदयपुर, Read more…