भारत के संविधान की उद्देशिका में निम्नलिखित में से किसका उल्लेख नहीं है?
अ. सामाजिक समानता
ब. व्यक्ति की गरिमा
स. प्रतिष्ठा की समानता
द. राष्ट्र की अखण्डता
उत्तर— अ

निम्नलिखित में से किस बाद में उच्चतम न्यायालय ने धारणा प्रस्तुत की कि ‘उद्देशिका संविधान का भाग है’?
अ. यूनियन ऑफ इण्डिया बनाम डॉ. कोहली
ब. बनारसीदास बनाम स्टेट ऑफ यू. पी.
स. बोम्मई बनाम यूनियन ऑफ इंडिया
द. मलक सिंह बनाम स्टेट ऑफ पंजाब
उत्तर— स

किस बाद के फैसले में सर्वोच्च न्यायालय ने सर्वप्रथम घोषित किया कि उद्देशिका संविधान का हिस्सा नहीं है?
(a) बेरुवारी
(b) सज्जन सिंह
(c) गोलकनाथ
(d) केशवानन्द भारती
उत्तर-(a)

सर्वोच्च न्यायालय के कौन से निर्णय में तय हुआ की प्रस्तावना संविधान का अंग है?
(a) गोलकनाथ बनाम स्टेट ऑफ पंजाब (b) केशवानन्द भारती बनाम स्टेट ऑफ केरल
(c) ए. के. गोपालन बनाम स्टेट ऑफ मद्रास (d) मिनर्वा मिल्स बनाम गवर्नमेंट ऑफ इंडिया
उत्तर-(b)

भारत के संविधान में उद्देशिका का विचार लिया गया है?
(a) इटली के संविधान से
(b) कनाडा के संविधान से
(c) फ्रांस के संविधान में
(d) U.S.A. के संविधान से
उत्तर-(c)

बाद में मत व्यक्त किया था कि उद्देशिका संविधान का अंग नहीं है। न्यायालय ने यह अभिनिर्धारित किया कि उद्देशिका को संविधान का प्रेरणातत्य भले ही कहा जाए, किन्तु उसे ‘संविधान का आवश्यक भाग नहीं कहा जा सकता बोम्माई बनाम यूनियन ऑफ इंडिया में उच्चतम न्यायालय ने यह अभिनिर्धारित किया कि उद्देशिका संविधान का एक भाग है। केशवानंद भारती बनाम केरल राज्य (1973) के मामले में भी उद्देशिका को संविधान का भाग माना गया है।
उत्तर-(d)
व्याख्या भारतीय संविधान में उद्देशिका या प्रस्तावना का स्रोत अमेरिकी संविधान है। प्रस्तावना/उद्देशिका संविधान के परिचय अथवा भूमिका को कहते हैं। इसमें संविधान का सार होता है। प्रख्यात न्यायविद व संवैधानिक विशेषज्ञ एन.ए. पालकीवाला ने प्रस्तावना को संविधान का परिचय पत्र कहा है आस्ट्रेलिया से उद्देशिका की भाषा को लिया गया है। अतः स्पष्ट है कि उद्देशिका का विचार यू.एस.ए. से लिया गया है।

भारतीय संविधान का कौन सा भाग संविधान की ‘आत्मा’ कहलाता है?
(a) मूल अधिकार (b) राज्य की नीति के निर्देशक तत्व
(c) उद्देशिका (d) सांविधानिक उपचारों का अधिकार
उत्तर-(c)
भारतीय संविधान की प्रस्तावना (The Preamble) को संविधान की आत्मा (The Soul of the Constitution) कहा जाता है। के.एम. मुंशी ने इसे ‘राजनीतिक जन्मपत्री’ (Political Horoscope) कहा है। एम. वी. पाइली के शब्दों में, “भारतीय संविधान की प्रस्तावना आज तक अंकित इस प्रकार के प्रलेखों में सर्वोच्च है। यह विचार, आदर्श और अभिव्यक्ति में अनुपम है यह संविधान की आत्मा है। यह प्रस्तावना भारतीयों के दृढ संकल्प का प्रतीक है कि वे एकता प्राप्त कर ऐसे स्वतंत्र राष्ट्र का निर्माण करेंगे, जिसमें न्याय, स्वतंत्रता, समानता और भ्रातृत्व की विजय हो।”
डॉ. बाबा साहेब अम्बेडकर ने संवैधानिक उपचारों का अधिकार (अनुच्छेद 32) को संविधान की आत्मा कहा है।

Which part of the Indian Constitution has been described as the soul of the Constitution?
(a) Fundamental Rights (b) Directive Principles of State Policy
(c) The Preamble (d) Right to Constitutional remedies
उत्तर-(c)
RAS/RTS (Pre.) Opt. Pol Science 1996