भागवत (वैष्णव) धर्म

  • भगवान विष्णु को अपना आराध्य मानने वाले व्यक्तियों के समुदाय को वैष्णव कहा जाता है।
  • वैष्णव धर्म का प्राचीन रूप भागवत धर्म है।
  • भागवत धर्म के अंतर्गत वासुदेव कृष्ण की पूजा की जाती है।
  • कृष्ण का सबसे पहले उल्लेख छांदोग्य उपनिषद में मिलता है। इसमें कृष्ण को वृष्णि कुल में उत्पन्न बताया गया है।
  • गुप्तकाल में वैष्णव धर्म का सर्वाधिक उत्कर्ष हुआ। इस काल के साहित्य एवं स्थापत्य दोनों में भागवत धर्म की जानकारी मिलती है।
  • सभी गुप्त सम्राट भागवत धर्म के अनुयायी थे और परम भागवत की उपाधि धारण करते थे।
  • दक्षिण भारत में वैष्णव संत आलवार के नाम से जाने जाते थे।
  • आलवार संतों के गीतों का संकलन नायलार प्रबंधम् अथवा तमिल प्रबंधम में किया गया है।

शैव धर्म

  • भगवान शिव को अपना ईष्ट देव मानने वाले शैव कहलाये और इनका धर्म शैव धर्म है।
  • शिव की प्राचीनता प्रागैतिहासिक है। हड़प्पा सभ्यता के अंतर्गत शिव की पूजा उपासना के प्रमाण मिलते हैं।
  • ऋग्वेद में शिव का उल्लेख रुद्र के रूप में मिलता है।
  • कालिदास ने ‘कुमारसंभव’ नामक महाकाव्य में शिव महिमा का वर्णन किया है।
  • दक्षिण भारत में शैव संतों को ‘नयनार’ के नाम से जाना जाता था।
  • शैव ग्रंथ पेरियपुराणम् में 63 नयनार संतों का उल्लेख है।
  • शैव धर्म में पाशुपत मत के प्रवर्तक लकुलीश थे।

महत्त्वपूर्ण तथ्य

  • अष्टांगिक मार्ग का मूल स्रोत तैत्तिरीय उपनिषद है।
  • मेगस्थनीज ने हेरीक्लीज (कृष्ण) एवं डायोनिसस (शिव) की पूजा का उल्लेख किया है।
  • कापालिक सम्प्रदाय के ईष्टदेव भैरव हैं जिन्हें शिव का अवतार माना जाता है।
  • वीर शैव सम्प्रदाय के प्रवर्तक बसव नामक एक ब्राह्मण था जो कलचुरि वंश के शासक विजय के मंत्री थे।
  • कश्मीरी शैव सम्प्रदाय के प्रवर्तक वसुगुप्त थे।
  • बौद्ध संघ में प्रवेश के लिए प्रवृज्या संस्कार होता था।
  • बुद्ध, धम्म एवं संघ ये बौद्ध धर्म के त्रिरत्न के समान हैं।
  • जैन धर्म के दिगम्बर सम्प्रदाय से सम्बन्धित यापनीय सम्प्रदाय था।
  • महात्मा बुद्ध को ‘एशिया के ज्योति पुंज’ के रूप में जाना जाता है।
  • विश्व का सबसे ऊंचा कहा जाने वाला विश्व शांति स्तूप बिहार में ‘राजगीर’ की पहाड़ियों पर स्थित है। यह लगभग 400 मीटर ऊंचाई पर स्थित है।