विनोटा है–
1. दुल्हन के विवाह का वेश
2. दूल्हा–दुल्हन के विवाह की जूतियाँ
3. मामा द्वारा भरा जाने वाला भात
4. दूल्हे द्वारा तोरण मारने की रस्म
उत्तर– 2

लप्पा, लप्पी, किरण, बांकड़ी यह सब है –
1. राजस्थानी फिल्म सासूमाँ के किरदार हैं
2. दुल्हन की साड़ियों के नाम है
3. गोते के भिन्न भिन्न प्रकार है
4. मोठ की अधिक पैदावार देने वाली किस्मे हैं
उत्तर- 2

अजरक प्रिंट का संबंध है-
1. बालोतरा
2. पाली
3. बगरू
4. बाड़मेर
उत्तर- 4

व्याख्या: राजस्थान हस्तकला का बेजोड़ नमूना बाड़मेरी प्रिंट हैं, जिसमें दोनों तरफ से प्रिंट होता है। इसमें लाल व नीला रंग अधिक प्रयुक्त होता है।

पिछवाई कलाकृतियों में बने चित्र उद्धत किए गए है –
1. राजपूतों के जीवन से
2. रामायण
3. महाभारत
4. भगवान कृष्ण के जीवन से
उत्तर- 4

राजस्थान की प्रसिद्ध ब्लू पोटरी की दस्तकारी का उद्भव कहाँ से हुआ–
1. कश्मीर
2. पर्शिया
3. अफगानिस्तान
4. सिंध
उत्तर- 2

राजस्थान का कौनसा शहर बेल-बूटों की छपाई की पारंपरिक कला के लिए जाना जाता है?
1. जयपुर
2. बगरू
3. सांगानेर
4. बाड़मेर
उत्तर– 3

राजस्थान के किस रजवाड़े ने ब्लू-पोटरी को आश्रय दिया–
1. सवाई माधोपुर
2. धौलपुर
3. करौली
4. हिंडौन
उत्तर– 1

निम्न में से असत्य कथन है–
1. डूंगरपुर जिले में देवल की खान से परेवा पत्थर निकलता है।
2. काष्ट पर कलात्मक मूर्तियाँ बनाने के लिए बांसबाड़ा का तलवाड़ा गाँव प्रसिद्ध है।
3. बांसबाड़ा के चंडूजी का गढ़ तथा डूंगरपुर के बोडीगामा गाँव में बनने वाले तीर-कमान प्रसिद्ध है।
4. राजस्थान को हस्तकलाओं के आगार के रूप में जाना जाता है।
उत्तर– 2

राष्ट्रीय डिजाइन संस्थान ने भौगोलिक सूचक पद में शिल्पकला में जिनका सूचिकरण किया जाता है वे है–
1. ब्लू पोटरी जयपुर की एवं चिकनी मिट्टी उद्योग उदयपुर का
2. जरी उद्योग अजमेर का एवं ब्लॉक प्रिंटिंग सांगानेर का
3. कशीदाकारी बाड़मेर की एवं ऊनी कपड़े जैसलमेर का
4. पेंटिंग किशनगढ़ की एवं टोंक के नमदा
उत्तर– 1